Kota news: झालावाड़ जिले में वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। चिट फंड कंपनी आस्था क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष पदम सिंह को पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार कर लिया है। ( Kota news)आरोपी पिछले पाँच वर्षों से फरार था और उस पर ₹10,000 का इनाम घोषित था। उसके खिलाफ धोखाधड़ी और चेक बाउंस के कुल 9 मामले दर्ज हैं।
निवेशकों को मुनाफे का झांसा देकर करोड़ों की ठगी
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि आरोपी पदम सिंह ने सोसायटी के सचिव और कोषाध्यक्ष के साथ मिलकर निवेशकों को अधिक मुनाफे का लालच दिया था। मोहम्मद याकूब (निवासी रीछवा) और अन्य 6 लोगों की शिकायत पर सामने आया कि बड़ी संख्या में लोगों ने एजेंटों के माध्यम से दैनिक बचत योजना में पैसा जमा करवाया था।
ऑफिस बंद कर हुए फरार, तीनों घोषित थे भगोड़ा
पैसा जमा होने के कुछ समय बाद ही सोसायटी का कार्यालय अचानक बंद कर दिया गया। इसके बाद अध्यक्ष पदम सिंह झाला, सचिव गिरिराज गुप्ता और कोषाध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह फरार हो गए। न्यायालय ने इन तीनों को भगोड़ा घोषित कर दिया था। हालांकि अन्य दो आरोपियों ने जमानत ले ली थी, लेकिन पदम सिंह पिछले पांच वर्षों से पुलिस की गिरफ्त से बचता आ रहा था।
विशेष टीम ने कोटा से दबोचा आरोपी
एसएचओ झालरापाटन हरलाल मीणा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने आरोपी की तलाश में सूचनाएं जुटाईं और आखिरकार उसे कोटा के रंगबाड़ी क्षेत्र स्थित एक किराये के मकान से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पदम सिंह (49), निवासी दुबलिया, सुनेल, गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा, लेकिन पुलिस की सतत निगरानी और मेहनत से अंततः वह पकड़ में आ गया।
पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी
फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और चिट फंड घोटाले में शामिल अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि निवेशकों के पैसे की वसूली और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई जारी रहेगी