Rajasthan Assembly By-Elections: जैसे ही राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव (Rajasthan Assembly By-Elections)की तारीखों का ऐलान हुआ, राजनीति के मैदान में हलचल तेज हो गई है। सभी पार्टियां अपनी रणनीतियों को धार देने में जुट गई हैं, और इसी बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक चौंकाने वाला बयान देकर सबको हैरान कर दिया।
डोटासरा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “भाजपा को इस बार उपचुनाव में एक भी सीट नहीं मिलेगी!” उनके शब्दों में एक सख्त चेतावनी छिपी है, जो भाजपा के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है। इसके साथ ही, गठबंधन के मुद्दे पर उनकी प्रतिक्रिया ने राजनीतिक गलियारों में जिज्ञासा बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी आलाकमान कोई निर्णय लेता है, तो उसका सख्ती से पालन होगा। अब सवाल यह है: क्या भाजपा इस बार डोटासरा की भविष्यवाणी को सच साबित करने से रोक पाएगी?
राजस्थान में निराशा का माहौल:
राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार के पिछले 10 महीने के कार्यकाल को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि इस अवधि में लोग पूरी तरह निराश और परेशान हो गए हैं, जिससे आगामी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तैयारी
डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने भाजपा सरकार को ‘पर्ची सरकार’ करार देते हुए कहा कि पिछले नौ-दस महीनों में सरकार की कार्यशैली ने लोगों को हताश कर दिया है।
13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव
निर्वाचन आयोग ने राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव कराने की घोषणा की है, और डोटासरा का दावा है कि भाजपा को इस बार जनता का समर्थन नहीं मिलेगा।
सरकार की स्थिति पर सवाल
डोटासरा ने भाजपा की सरकार को ‘सर्कस’ बताते हुए कहा कि लोग सरकार की कार्यशैली से बेहद निराश हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों के बीच झगड़े और यू-टर्न लेने वाली नीतियों ने सरकार की विश्वसनीयता को गिरा दिया है।
शिक्षा विभाग में अनियमितताएं
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में पिछले 9 महीनों में 9 बार यू-टर्न लिए गए हैं, जो दर्शाता है कि सरकार की नीतियों में स्थिरता का अभाव है।
फोटो खिंचवाने की राजनीति
डोटासरा ने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया कि वे केवल फोटो खिंचवाने में व्यस्त हैं और कोई वास्तविक कार्य नहीं कर रहे। उनका कहना है कि लोगों की नजरों में यह सब साफ हो गया है, और इसी कारण आगामी उपचुनाव में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ेगा।