गुलाबीनगर की गौरव मोना अग्रवाल को मिलेगा अर्जुन अवॉर्ड, कांस्य पदक से बढ़ाई देश की शान

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Arjun Award

Arjun Award: युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की सूची जारी की है। इस वर्ष चार खिलाड़ियों को खेल रत्न और 34 को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। (Arjun Award)इसके अतिरिक्त, दो खिलाड़ियों को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिलेगा। जयपुर की पैराशूटर मोना अग्रवाल को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।


पैरालंपिक पदक विजेता मोना अग्रवाल का सपना हुआ साकार

पेरिस पैरालंपिक में कांस्य पदक विजेता मोना अग्रवाल ने कहा, “अर्जुन अवॉर्ड पाने वाले खिलाड़ियों की सूची में मेरा नाम आना सपने के सच होने जैसा है।” उन्होंने साझा किया कि पैरालंपिक से पहले वह अनजान थीं, लेकिन ओलंपिक कोटा हासिल करने के बाद उन्होंने सभी को चौंका दिया।


कठिन परिस्थितियों में भी विश्वास कायम

मोना ने बताया कि पेरिस पैरालंपिक से पहले उनकी स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण थी। उनके पास न उच्च स्तर के उपकरण थे और न ही कोचिंग की सुविधा। इसके बावजूद उन्होंने पदक जीतने के विश्वास को कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा, “यह विश्वास और मेहनत ही थी जिसने मुझे सफलता दिलाई।”


भविष्य की तैयारी: मल्टीपल ट्रेनिंग पर जोर

मोना ने बताया कि 2025 में कोई बड़ी प्रतियोगिता नहीं है, जिससे वह अपनी कमियों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। वह देश के अलग-अलग हिस्सों में मल्टीपल ट्रेनिंग करने की तैयारी कर रही हैं। उनका मानना है कि इस प्रकार की ट्रेनिंग उन्हें हर परिस्थिति में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार करेगी।


अच्छे कोच और उपकरण की आवश्यकता

मोना ने कहा कि उन्हें अभी उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण और अच्छे कोच की जरूरत है। जयपुर में अपनी तैयारी के दौरान वह बेहतर ट्रेनिंग के लिए वित्तीय मदद और नए उपकरण जुटाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर मौका मिला तो वह विदेश में ट्रेनिंग करना चाहेंगी।


अगला लक्ष्य: एशियन पैरागेम्स और पैरालंपिक कोटा

मोना का अगला बड़ा लक्ष्य 2026 एशियन पैरागेम्स में स्वर्ण पदक और 2028 पैरालंपिक के लिए कोटा हासिल करना है। उन्होंने बताया कि शुरुआती कोटा मिलने से उन्हें बेहतर तैयारी का समय मिलेगा।


धैर्य और लगन से मिलती है सफलता

मोना ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि धैर्य और लगन से परिश्रम करें, सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने अपनी शुरुआती कठिनाइयों को याद करते हुए कहा, “सफलता के लिए समर्पण और मेहनत जरूरी है। अगले पैरालंपिक में गोल्ड जीतने का मेरा सपना है, जिसे मैं पूरा करके दिखाऊंगी।”


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