Sawai Mansingh hospital: जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में हुए अग्निकांड की वजह सामने आ गई है। अस्पताल के प्रभारी अनुराग धाकड़, पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेड़म देर रात ही हालातों का जायजा लेने के लिए(Sawai Mansingh hospital) अस्पताल पहुंचे।
आग शॉर्ट सर्किट से लगी, 6 मरीजों की मौत दम घुटने से
अस्पताल के प्रभारी अनुराग धाकड़ ने बताया कि स्टोर में आग शॉर्ट सर्किट होने की वजह से लगी और 6 मरीजों की मौत दम घुटने से हुई। शॉर्ट सर्किट होने के बाद आग ने स्टोर में रखी फाइलों को चपेट में लिया, जिनकी वजह से आग तेजी से फैली और जहरीली गैसें निकलने लगीं।
बेहोशी और कोमा में मरीजों का दम घुटा
अनुराग धाकड़ ने बताया कि जब आग ने वार्ड को चपेट में लिया, ज्यादातर मरीज बेहोशी की हालत में थे और उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर लगे हुए थे। कुछ मरीजों की हालत नाजुक थी और कुछ मरीज कोमा में थे। इसी हालत में उनका दम घुटा और उन्हें बचाया नहीं जा सका। पहले से ही वे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे और चीजों के जलने से जो जहरीली गैसें निकलीं, उनकी वजह से उन्हें सपोर्ट सिस्टम के साथ ही अस्पताल ले जाना पड़ा। मरीजों को निचली मंजिल के ICU में ले जाकर बचाने की कोशिश की गई, लेकिन बदकिस्मती से डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए।
गृह राज्य मंत्री का दौरा और बयान
सवाई मान सिंह अस्पताल में आग लगने की सूचना मिलते ही राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेड़म मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालातों का जायजा लिया और मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि शॉर्ट सर्किट होने के कारण ट्रॉमा सेंटर के ICU वार्ड और स्टोर में आग लगी। घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि कुछ मरीजों की जान बचाई नहीं जा सकी। 24 मरीजों में से ज्यादातर को बचा लिया गया है और जिनकी हालत नाजुक है, उन्हें उपचार देकर रिवाइव किया गया है, लेकिन जिन्हें बचाया नहीं जा सका, उनके परिवारों से संवेदना व्यक्त करता हूं।
पुलिस कमिश्नर ने की जांच की पुष्टि
सवाई मान सिंह अस्पताल में आग लगने की खबर मिलते ही जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि FSL टीम की जांच से आग लगने के कारण का पता चलेगा। पहली नजर में आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, लेकिन असली वजह की पुष्टि जांच में ही होगी। उन्होंने बताया कि पूरे अस्पताल में लगे फायर सेफ्टी सिस्टम की जांच की गई है। 6 लोगों की मौत होने की पुष्टि अस्पताल प्रशासन ने की है और शवों को कब्जे में लेकर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। हालात ठीक होने के बाद शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा, ताकि उनकी मौत का कारण पता चले।
