middle east conflict: कतर की राजधानी दोहा स्थित अल उदीद अमेरिकी सैन्य अड्डे पर ईरान ने मिसाइलें दाग दीं। इस हमले के बाद कतर, कुवैत, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने अपना एयरस्पेस तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया। इस घटना के बाद ऐसा लगने लगा कि ईरान-इजरायल युद्ध का दायरा और भी अधिक बढ़ने वाला है। ईरान ने अमेरिका की चेतावनियों को (middle east conflict)नजरअंदाज करते हुए सीधे उसके सैन्य अड्डे को निशाना बनाया। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि ईरान और इजरायल पूर्ण युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं।
ईरान ने ट्रंप के युद्ध विराम दावे को किया खारिज
ईरान ने ट्रंप के इस दावे को तुरंत खारिज कर दिया। ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरगाची ने कहा कि कोई युद्धविराम प्रस्ताव उन्हें अमेरिका से प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा…‘अब तक कोई युद्ध विराम या सैन्य अभियान रोकने का समझौता नहीं हुआ है। अगर ईरानी समय सुबह 4 बजे से पहले इजरायल अपने हमले रोक देता है, तो हम जवाबी कार्रवाई बंद करने पर विचार कर सकते हैं। अंतिम निर्णय बाद में लिया जाएगा।’
इजरायल ने ट्रंप के बयान पर साधी चुप्पी
ट्रंप के दावे के बाद इजरायल की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने संकेत दिया है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ट्रंप की शांति योजना के पक्ष में हैं – बशर्ते ईरान मिसाइल हमले बंद करे।
न्यूज़ एजेंसी AP की रिपोर्ट में बताया गया कि इजरायली मिलिट्री और प्रधानमंत्री कार्यालय दोनों ने इस मामले पर बयान देने से इनकार कर दिया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने पेश किया युद्ध विराम का टाइमलाइन प्लान
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा कि ईरान और इजरायल 12 घंटे के लिए पूर्ण युद्धविराम के लिए सहमत हो गए हैं। उन्होंने कहा…‘सभी को बधाई! इजरायल और ईरान के बीच पूर्ण युद्धविराम पर सहमति बन गई है। 6 घंटे बाद दोनों देश अपने अंतिम सैन्य अभियानों को पूरा करेंगे। ईरान 12वें घंटे में युद्धविराम शुरू करेगा और इजरायल 24वें घंटे में। इस तरह 12-दिवसीय युद्ध का अंत दुनिया देखेगी।’ हालांकि ट्रंप के दावे और शांति प्रयासों के बावजूद ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की स्थिति स्पष्ट नहीं है। ईरान का खंडन और इजरायल की चुप्पी आने वाले समय में हालात को और उलझा सकती है।