HMPV Virus Symptoms: चीन में तबाही मचाने के बाद अब भारत में भी ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ (HMPV Virus) के मामले सामने आ रहे हैं। लोग इसके लक्षण, इलाज और बचाव को लेकर चिंतित हैं और इससे बचाव के उपाय खोज रहे हैं। हालांकि, भारतीय डॉक्टरों का कहना है (HMPV Virus Symptoms:)कि यह वायरस नया नहीं है और लोगों को बुनियादी सावधानियां बरतनी चाहिए।
कैसे फैलता है एचएमपीवी वायरस?
एचएमपीवी वायरस मुख्य रूप से हवा के माध्यम से फैलता है। यह वायरस सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करता है। सर्दियों और शुरुआती वसंत के मौसम में इसके संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सभी आयु वर्ग के लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन बच्चों में इसके मामले अधिक देखे जा रहे हैं।
एचएमपीवी वायरस: कोई नया खतरा नहीं
‘उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स’ के चिकित्सा निदेशक, डॉ. आबिद अमीन भट के अनुसार, एचएमपीवी वायरस नया नहीं है। इसे पहली बार 2001 में खोजा गया था। हालांकि, कोरोना महामारी के बाद हर वायरस को लेकर सतर्कता बढ़ गई है। इस बार यह वायरस ज्यादा शक्तिशाली रूप में सामने आया है और 15 साल से कम उम्र के बच्चों को तेजी से प्रभावित कर रहा है।
एचएमपीवी वायरस के लक्षण
डॉक्टरों के अनुसार, इस वायरस के सामान्य लक्षण हैं:
- खांसी और बुखार
- थकान और सांस संबंधी समस्याएं
- गले में खराश और बदन दर्द
- कुछ मामलों में गैस संबंधी समस्याएं
बचाव के उपाय
एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए निम्न सावधानियां बरतना जरूरी है:
- हाथ धोना: नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं।
- मास्क पहनना: भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- सोशल डिस्टेंसिंग: एक-दूसरे से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
- स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और व्यायाम से इम्यून सिस्टम मजबूत करें।
- जांच और इलाज: सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
ध्यान दें
अगर किसी को सांस लेने में कठिनाई हो रही हो, तो डॉक्टर की सलाह पर छाती का एक्स-रे या सीटी स्कैन करवाना चाहिए। सतर्कता और सावधानियां ही इस वायरस के प्रभाव को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय हैं।