CDSCO: यदि आप बुखार या बदन दर्द होने पर तुरंत पैरासिटामॉल का सेवन करते हैं, तो सावधान रहें! केंद्रीय ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने उन दवाओं की एक लिस्ट जारी की है, जो क्वॉलिटी टेस्ट में फेल हो गई हैं। इस लिस्ट में 53 दवाओं का नाम है, जिसमें विटामिन, शुगर, ब्लड प्रेशर की दवाएं और एंटीबायोटिक्स शामिल हैं।
फेल हुईं दवाओं की लिस्ट
CDSCO ने जारी की गई लिस्ट में पैरासिटामॉल के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण दवाओं का नाम भी शामिल है। इनमें क्लोनाजेपाम, डिक्लोफेनेक, एंब्रॉक्सोल, फ्लुकोनाजोल, विटामिन सी और डी3 री टेबलेट, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, और ग्लिमेपिराइड जैसी दवाएं शामिल हैं। ये दवाएं बड़ी कंपनियों जैसे हेटेरो ड्रग्स, अल्केम लेबोरेट्रीज, और हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित की जाती हैं।
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राजस्थान में फेल हुईं दवाइयां
राजस्थान में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना (Free Medicine Scheme Rajasthan)के तहत सप्लाई होने वाली 10 दवाइयों के सैंपल भी फेल हो गए हैं। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (आरएमएससी) ने 8 कंपनियों की 10 दवाइयों की सप्लाई पर रोक लगा दी है। इनमें फंगल इन्फेक्शन की गोलियां, मलेरिया के गंभीर मरीजों के लिए इंजेक्शन, आई ड्रॉप, और अस्थलीन दवा शामिल हैं।
नकली दवाओं का खुलासा
CDSCO द्वारा जारी की गई सूची में से 5 दवाएं नकली पाई गई हैं। कंपनियों का कहना है कि ये दवाएं उनकी नहीं हैं और मार्केट में उनके नाम से नकली दवाइयां बेची जा रही हैं। यह स्थिति गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि इससे मरीजों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि बुखार या बदन दर्द के समय बिना डॉक्टर की सलाह के दवाओं का सेवन करना हानिकारक हो सकता है। CDSCO की यह चेतावनी लोगों को सावधानी बरतने और दवाओं की गुणवत्ता की जांच करने के लिए प्रेरित करती है।