DJ Himanshu Mishra: दिल्ली के रहने वाले और प्रयागराज से ताल्लुक रखने वाले DJ हिमांशु मिश्रा ने म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाई है। पंजाबी और हरियाणवी म्यूजिक को अपने (DJ Himanshu Mishra)ट्रेंडिंग बीट्स से ऊंचाई पर ले जाने के बाद, अब हिमांशु का ध्यान राजस्थानी म्यूजिक इंडस्ट्री पर है।
DJ हिमांशु का प्रेरणादायक सफर
हिमांशु मिश्रा ने म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत GrooveNexus नामक म्यूजिक कंपनी के साथ की। यह कंपनी म्यूजिक प्रमोशन, आर्टिस्ट मैनेजमेंट और ट्रेंडिंग गानों के प्रोडक्शन में अग्रणी बन गई। पंजाबी म्यूजिक चार्ट्स पर राज करने के बाद, हिमांशु ने हरियाणवी म्यूजिक में भी अपनी खास जगह बनाई। अब वह राजस्थानी म्यूजिक को नई पहचान दिलाने के लिए तैयार हैं।
राजस्थानी म्यूजिक क्यों है खास?
DJ हिमांशु का मानना है कि राजस्थान का म्यूजिक बेहद समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से विविध है, लेकिन इसे अभी तक वह ग्लोबल पहचान नहीं मिली, जिसका यह हकदार है। उन्होंने कहा,
“राजस्थान के लोक संगीत में अनमोल खजाना है। मेरा मकसद इसे मॉडर्न बीट्स के साथ इंटरनेशनल ऑडियंस तक पहुंचाना है।”
DJ हिमांशु की नई योजना
हिमांशु ने राजस्थानी म्यूजिक को मॉडर्न टच देने का प्लान बनाया है। इसके तहत वह फोक म्यूजिक को EDM, पॉप और हिप-हॉप के साथ मिक्स कर नया म्यूजिक प्रोड्यूस करेंगे। उनका उद्देश्य है कि राजस्थानी गाने भारत ही नहीं, बल्कि ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स पर भी ट्रेंड करें।
राजस्थानी कलाकारों के साथ सहयोग
सूत्रों के मुताबिक, DJ हिमांशु ने कई राजस्थानी लोक कलाकारों के साथ साझेदारी की है। वह इन कलाकारों के साथ मिलकर नए गाने तैयार कर रहे हैं। उन्होंने लोक धुनों को मॉडर्न म्यूजिक स्टाइल के साथ मिक्स करने की शुरुआत कर दी है।
DJ हिमांशु का सपना और वादा
DJ हिमांशु ने कहा, “पंजाबी और हरियाणवी म्यूजिक को ऊंचाई देने के बाद, मेरा सपना है कि राजस्थानी म्यूजिक भी इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाए।” वह चाहते हैं कि राजस्थान के टैलेंटेड कलाकार ग्लोबल स्तर पर अपनी छाप छोड़ें।
क्या होगा DJ हिमांशु का अगला कदम?
DJ हिमांशु मिश्रा ने अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। राजस्थानी म्यूजिक को ग्लोबल मंच पर पहुंचाने का उनका यह प्रयास यकीनन इंडस्ट्री के लिए बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। अब देखना यह है कि हिमांशु राजस्थानी म्यूजिक इंडस्ट्री में वैसा ही धमाल मचा पाते हैं, जैसा उन्होंने पंजाबी और हरियाणवी म्यूजिक में किया। लेकिन इतना तो तय है कि राजस्थानी म्यूजिक अपने स्वर्णिम युग की ओर बढ़ रहा है।