दिल्ली की दिवाली पर सांस लेना हुआ खतरा! जानें कैसे हवा में घुला इतना जहर कि टूटे रिकॉर्ड

Delhi pollution

Delhi pollution:  दिवाली की रात राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार 24-घंटे का औसत AQI 345 दर्ज हुआ; रात में PM2.5 का स्तर 675 माइक्रोग्राम प्रति घन(Delhi pollution) मीटर तक मापा गया।

तेज़ी से बढ़ा AQI और PM2.5 — रिकॉर्ड स्तर पर प्रदूषण

CPCB के निरीक्षण में सोमवार शाम 4 बजे शहर का 24 घंटे औसत AQI 345 दर्ज हुआ जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। मंगलवार दोपहर तक औसत AQI 351 रहा। रात में PM2.5 का पीक स्तर 675 µg/m³ तक पहुंच गया — यह पिछले वर्षों के आंकड़ों से भी ऊँचा है।

तुलनात्मक रूप से पिछले वर्षों के औसत AQI: 2024 में 330, 2023 में 218, 2022 में 312 और 2021 में 382 दर्ज हुआ था। PM2.5 के पिछले पीक (2024: 609; 2023: 570; 2022: 534; 2021: 728) से यह स्तर कुछ इलाकों में बेहद चिंताजनक रहा।

प्रदूषण के संयुक्त कारण

विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने डिप्रेशन के कारण वायुगति धीमी रह गई, जिससे प्रदूषक फैल नहीं पाए। इसके साथ-साथ दिवाली के पटाखों और आतिशबाज़ियों ने स्थानीय स्तर पर प्रदूषण को और बढ़ाया। CAQM के आँकड़े बताते हैं कि प्रदूषण के स्रोतों में परिवहन योगदान 14.6%, नोएडा 8.3%, गाजियाबाद 6%, गुरुग्राम 3.6% और पराली जलाने का योगदान 1% रहा।

 करोलबाग में रिकॉर्ड शोर

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के अनुसार शहर के 26 नॉइज़ मॉनिटरिंग स्टेशनों में से 23 पर ध्वनि स्तर अनुमत सीमा से ऊपर दर्ज हुआ। करोलबाग में रात 11 बजे शोर स्तर 93.5 dB(A) पहुंच गया — जबकि कानूनी सीमा केवल 55 dB(A) है। साइलेंस जोन जैसे श्री अरविंदो मार्ग पर भी शोर 65 dB(A) तक देखा गया।

GRAP Stage-II लागू

Commission for Air Quality Management (CAQM) ने प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए रविवार को GRAP Stage-II लागू कर दिया। इसके तहत कुछ प्रतिबंध और मॉनिटरिंग सख्ती बढ़ाई जाती है—विशेषकर वाहनों, निर्माण कार्यों और औद्योगिक गतिविधियों पर नज़र रखी जाती है। पूर्व CPCB अधिकारी दीपांकर साहा ने बताया कि हवा की गति बढ़ने पर अगले कुछ दिनों में AQI में सुधार की संभावना है।

 पर्यावरण मंत्री का जवाब

कुछ पर्यावरण विशेषज्ञों ने आरोप लगाए कि प्रदूषण के चरम घंटों का डेटा सार्वजनिक स्रोतों से गायब रहा। इस पर पर्यावरण मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने कहा कि सभी डेटा सुरक्षित हैं और CPCB की वेबसाइट व मोबाइल ऐप सामान्य रूप से काम कर रही हैं।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप — AAP बनाम BJP

दिल्ली के प्रदूषण को लेकर राजनीतिक जंग तेज हो गई है। पर्यावरण मंत्री सिरसा ने AAP व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि वे पंजाब में पराली जलाने को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके जवाब में AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पंजाब का औसत AQI केवल 156 है, इसलिए वह दिल्ली प्रदूषण का मुख्य कारण नहीं हो सकता और ऐसे आरोप निराधार हैं।

नागरिकों के लिए सलाह

  • बाहर निकलते समय मास्क (N95/KN95) पहनें, विशेषकर संवेदनशील समूह (बच्चे, वृद्ध, श्वास रोगी)।
  • बाहर की शारीरिक गतिविधि सीमित रखें और रात में खुली जगह पर रहने से बचें।
  • वाहन चलाते समय फांकें बंद रखें और वेंटिलेशन पर ध्यान रखें।
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य निर्देशों और GRAP के प्रावधानों का पालन करें।
 

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