कोविड की वापसी! सब-वेरिएंट का खतरा, पानी में मिला वायरस, क्या फिर से डर लौट आया?

Covid India 2025

Covid India 2025: भारत में कोविड-19 के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 6 जून तक देश में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 5,300 से अधिक हो चुकी है। बीते 24 घंटों में 500 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि 4,700 से ज्यादा लोग ठीक हुए हैं। (Covid India 2025)जनवरी 2025 से अब तक 55 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जिनमें अधिकतर पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, यह उछाल मुख्य रूप से कोरोना वायरस के नए सब-वेरिएंट्स, मौसमी बदलाव, अत्यधिक गर्मी और एयरकंडीशनर युक्त स्थानों में समय बिताने के कारण हो रहा है। हालांकि विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि यह स्थिति घातक नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है।

अब फ्लू से भी कम खतरनाक

वैश्विक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहरिया के अनुसार, “अब कोविड एक सामान्य श्वसन बीमारी बन चुका है, जो फ्लू से भी कम खतरनाक है। यह मौसमी बन गया है और इससे बहुत ज्यादा चिंता की जरूरत नहीं है।” उन्होंने कहा कि बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए।

डॉ. अनुराग अग्रवाल (डीन, अशोका यूनिवर्सिटी) के अनुसार, “वर्तमान में जो वेरिएंट फैल रहे हैं, वे कम घातक लेकिन ज्यादा संक्रामक हैं। पहले से संक्रमित या वैक्सीन प्राप्त लोगों में गंभीर बीमारी की संभावना बेहद कम है।”

सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य

केरल फिलहाल सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है, जहां 1,600 से अधिक सक्रिय मामले हैं। इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भी केस तेजी से बढ़े हैं।

ICMR प्रमुख डॉ. राजीव बहल ने जानकारी दी कि वर्तमान में भारत में LF.7, NB.1.8.1, JN.1 जैसे सब-वेरिएंट्स पाए गए हैं। WHO ने इन्हें ‘Variant Under Monitoring’ कैटेगरी में रखा है, जो सामान्य जनता के लिए नहीं बल्कि स्वास्थ्य एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

पानी में वायरस की मौजूदगी से सतर्कता

CSIR-NCL (राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला), पुणे की हालिया टेस्टिंग में कोविड वायरस के जीन पानी में पाए गए हैं। यह पिछली लहर से पहले दिखे पैटर्न जैसा ही है, जो संभावित संक्रमण वृद्धि की चेतावनी देता है।

हालांकि स्थिति गंभीर नहीं है, फिर भी सावधानी ही सुरक्षा है। मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़ से बचना अभी भी सबसे प्रभावी उपाय हैं। विशेष रूप से बुजुर्गों और बीमार लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।

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