CM Bhajanlal Sharma: राजस्थान की राजनीति में उस समय सनसनी मच गई जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को दूसरी बार जेल से जान से मारने की धमकी मिली। शुक्रवार देर रात जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में आई इस कॉल ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया। जब फोन नंबर की ट्रेसिंग हुई, ( CM Bhajanlal Sharma)तो लोकेशन दौसा के श्यालावास स्थित विशिष्ट जेल की निकली। आनन-फानन में दौसा पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद चार थानों की पुलिस, वरिष्ठ अधिकारी और 100 से अधिक जवान जेल पहुंच गए। पूरी रात सघन तलाशी अभियान चला और आखिरकार धमकी देने वाले को दबोच लिया गया। इस घटना ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
पोक्सो के आरोपी ने किया था फोन
नांगल डिप्टी एसपी चारूल गुप्ता ने बताया कि पोक्सो एक्ट में सजा काट रहे रिंकू रडवा ने शुक्रवार को जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को डिटेन कर लिया और धमकी देने के लिए इस्तेमाल किया गया फोन भी जब्त कर लिया। रिंकू वर्ष 2022 से इस जेल में बंद है, लेकिन उसके पास यह फोन कहां से आया और उसने धमकी क्यों दी, इन सभी सवालों की गहनता से जांच की जा रही है।
पिछले साल भी इसी जेल से मिली थी धमकी
गौर करने वाली बात यह है कि पिछले साल जुलाई में भी इसी जेल से मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी गई थी। अब शुक्रवार रात दोबारा उसी जेल से ऐसी ही वारदात को अंजाम दिया गया है। पिछली बार धमकी देने वाला भी पोक्सो एक्ट का आरोपी था, और इस बार भी ऐसा ही हुआ है। पिछली घटना के बाद पुलिस ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाकर 10 मोबाइल, पेन ड्राइव, चार्जर और अन्य आपत्तिजनक सामान जब्त किया था। तब पुलिस ने आश्वासन दिया था कि भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं होगा, लेकिन अब दौसा जिले की श्यालावास जेल फिर से सुर्खियों में आ गई है।
इस जेल में बंद हैं कई खूंखार अपराधी
श्यालावास जेल में कई कुख्यात अपराधी बंद हैं, जिनमें गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का भाई रूपिंद्रपाल सिंह, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारे सहित एक दर्जन से ज्यादा खतरनाक अपराधी शामिल हैं। इसी जेल में पिछले साल कैदी लादेन और आनंदपाल गैंग के कैदियों के बीच चाय को लेकर विवाद हुआ था, जो इतना बढ़ गया था कि कैदियों ने जेलर के साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज तक कर दी थी। हालांकि, तब जेल प्रशासन ने जैसे-तैसे मामले को शांत करवा दिया और कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी।
इस घटना के बाद फिर से जेल प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है कि आखिर जेल के अंदर से बार-बार इस तरह की धमकी कॉल कैसे की जा रही हैं।