DSPCorruption: राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर वृत के पुलिस उपाधीक्षक अनिल माहेश्वरी पर कार्रवाई की गई है। पुलिस महानिदेशक ने उन्हें एपीओ कर दिया है, यह कदम हरियाणा से राजस्थान के मुख्यमंत्री कार्यालय में की गई रिश्वत मांगने की शिकायत के बाद उठाया गया है।
सांसद राहुल कस्वां ने उठाए सवाल
चूरू सांसद राहुल कस्वां ने इस मामले में पुलिस और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस मामले को लेकर ट्विटर पर तुरंत कार्रवाई की मांग की थी। सांसद के इस ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री ऑफिस ने तुरंत हरकत में आकर मामले की जांच का आदेश दिया।
धार्मिक कार्यक्रम के दौरान हुआ घटनाक्रम
हरियाणा के रेवाड़ी निवासी अमन जाट की शिकायत के अनुसार, 16 सितंबर की रात को दो दर्जन से अधिक लोग बीकानेर के एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सरदारशहर से गुजर रहे थे। इस दौरान डीएसपी अनिल माहेश्वरी ने उनकी गाड़ियों को रोककर पुलिस थाने में ले जाने का आरोप लगाया। सवार लोगों से लाखों रुपए की मांग की गई।
एसपी ने आईपीएस प्रशांत किरण को सौंपा जांच का जिम्मा
चूरू एसपी ने मामले की जांच IPS प्रशांत किरण को सौंपी। जांच में यह सामने आया कि माहेश्वरी ने पीड़ितों से लगभग छह से सात लाख रुपए की मांग की थी। इसमें से करीब 5 लाख रुपए ऑनलाइन और 1 लाख रुपए नकद देने का आरोप लगा है।
जांच के बाद DSP की भूमिका संदिग्ध
प्रांरभिक जांच में डीएसपी माहेश्वरी की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद उन्हें एपीओ किया गया। आईपीएस प्रशांत किरण ने अपनी रिपोर्ट चूरू पुलिस कप्तान जय यादव को सौंपी, जिसके आधार पर पुलिस महानिदेशक ने कार्रवाई की।
डीएसपी का बयान
अनिल माहेश्वरी ने आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि जांच में सच सामने आएगा। वहीं, भाजपा पार्षद मदनलाल ने भी इन आरोपों को खारिज किया है, यह कहते हुए कि ऐसा कोई मामला नहीं है।