भोपाल में वर्दी हुई बेकाबू! पुलिसवालों ने बुजुर्ग दुकानदार को बेरहमी से पीटा, ग्राहक पर भी बरसी मार

Bhopal News

Bhopal News: मध्य प्रदेश के भोपाल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहाँ कुछ पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने सरेआम एक बुज़ुर्ग दुकानदार को लात-घूंसों से पीटा और पास खड़े एक ग्राहक को थप्पड़ मारा। घटना के बाद इलाके में भय और गुस्से का माहौल है तथा लोगों ने उच्च (Bhopal News)अधिकारियों से तुरंत कार्रवाई की माँग की है।

क्या हुआ?

सूत्रों के मुताबिक बुज़ुर्ग दुकानदार अपने काम में व्यस्त थे कि तभी कुछ पुलिसकर्मी वहां पहुँचे। किसी बहस के बाद पुलिसकर्मियों ने अचानक दुकानदार पर हमला कर दिया। भीड़ देख कर सहम गयी और तत्काल बीच-बचाव नहीं कर सकी। घटना के दौरान एक ग्राहक ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, जिसके बाद उसे भी थप्पड़ मारने का दावा किया जा रहा है।

पीड़ित की स्थिति और प्राथमिक उपचार

  • मौके पर मौजूद लोगों के बयान के अनुसार दुकानदार को कई चोटें आईं और उसे नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
  • इलाके के कुछ स्थानीय लोगों ने घायल दुकानदार की हालत नाज़ुक बताते हुए कहा कि उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है और आगे की जांच जारी है।

पुलिस का पक्ष

घटना के बाद अधिकारीयों ने प्रारम्भिक तौर पर कहा कि घटनास्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया। पुलिस का दावा है कि दुकानदार सहयोग नहीं कर रहा था, इसलिए कार्रवाई करनी पड़ी। हालांकि स्थानीय लोग और घटना के प्रत्यक्षदर्शी इस सफाई से संतुष्ट नहीं दिख रहे।

स्थानीय प्रतिक्रिया और मांगें

स्थानीय जनता और दुकानदार समुदाय में व्यापक आक्रोश है। लोगों ने पुलिस के व्यवहार की निंदा की और उच्च अधिकारियों से मांग की है कि आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ फौरन जांच कर अनुशासनात्मक व कानूनी कार्रवाई की जाए। कई नागरिकों ने कहा कि यदि पुलिस ही इस तरह का अनुशासनहीन व्यवहार करेगी तो जनता की सुरक्षा का सवाल ही कहाँ रहेगा। स्थानीय दुकानदार: “हमारा भय है कि अगर वर्दी में बैठे लोग ही नागरिकों को पीटने लगें तो फिर किससे न्याय माँगा जाए?”

आगे की कारवाई — जांच और मानक प्रक्रिया

  • प्राथमिक रिपोर्टिंग के अनुसार मामले की जांच शुरू कर दी गयी है और CCTV व शहादतों की पड़ताल की जा रही है।
  • स्थानीय पुलिस अधीक्षक/एसपी से स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है और दोषी पाए जाने पर दंडात्मक कार्रवाई, निलंबन या FIR दर्ज करने की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
  • प्रशासन ने कहा है कि यदि आरोप सत्य पाए जाते हैं तो संबंधित अधिकारियों/कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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