Bengaluru stampede: बेंगलुरु में 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत के जश्न के दौरान मची भगदड़ को लेकर कर्नाटक सरकार ने हाईकोर्ट में विस्तृत रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में कई गंभीर लापरवाहियों और प्रशासनिक विफलताओं(Bengaluru stampede) का उल्लेख किया गया है।
विराट कोहली की अपील बनी भगदड़ की वजह?
रिपोर्ट में कहा गया है कि विराट कोहली ने एक वीडियो संदेश में फैन्स से फ्री में विक्ट्री परेड में शामिल होने की अपील की थी। यह संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम स्थल पर उमड़ पड़े।
आयोजकों को जिस संख्या की उम्मीद थी, उससे कहीं अधिक यानी लगभग तीन लाख लोग इवेंट में पहुंच गए। इतनी बड़ी भीड़ के लिए कोई ठोस योजना या भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था नहीं की गई थी, जिससे पूरी व्यवस्था चरमरा गई।
अंतिम समय में पास की घोषणा ने मचाई अफरातफरी
कार्यक्रम शुरू होने से कुछ देर पहले, दोपहर 3:14 बजे अचानक आयोजकों ने यह घोषणा की कि स्टेडियम में एंट्री के लिए पास अनिवार्य होगा। इस अचानक किए गए ऐलान ने भीड़ में घबराहट फैला दी, और भगदड़ की स्थिति बन गई।
RCB, DNA और कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) के बीच समन्वय की भारी कमी देखी गई। गेट खोलने में देरी और उचित व्यवस्था के अभाव ने हालात को बिगाड़ा। इस भगदड़ में 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विक्ट्री परेड को छोटा और सीमित दायरे में करवाने की अनुमति दी थी, जिससे हालात काबू में रखे जा सकें।
कार्यवाही और सख्त कदम
- मजिस्ट्रेट और न्यायिक जांच का आदेश
- FIR दर्ज, दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई
- मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव को सस्पेंड किया गया
- इंटेलिजेंस चीफ का तबादला
- घायलों को मुआवजा देने की घोषणा
11 की मौत, 47 घायल
ध्यान देने वाली बात यह है कि IPL 2025 में 3 जून को RCB के चैम्पियन बनने के बाद, 4 जून को बेहद जल्दबाजी में यह विक्ट्री परेड आयोजित की गई थी। बिना समुचित प्लानिंग के हुए इस कार्यक्रम में भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मौत और 47 लोग घायल हो गए।