Banswara News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में एक बड़े जमीन घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें 30 करोड़ रुपये की सरकारी जमीन को फर्जी तरीके से खातेदारी में बदल दिया गया। इस घोटाले के सामने आने के बाद कलेक्टर ने पांच गिरदावर और दो पटवारियों को निलंबित कर दिया है। (Banswara News)वहीं, रिटायर्ड तहसीलदार सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) में शिकायत दर्ज कराई गई है।
राष्ट्रीय राजमार्ग से सटी 111 बीघा जमीन हड़पी
यह घोटाला बांसवाड़ा जिले के गढ़ी तहसील क्षेत्र में हुआ, जहां स्वरूपगंज-रतलाम राष्ट्रीय राजमार्ग 927-ए के पास की 111 बीघा सरकारी जमीन को खातेदारी में बदल दिया गया। घोटाले में तत्कालीन तहसीलदार केसर सिंह, गिरदावर और पटवारियों ने मिलकर सरकारी जमीन को निजी लोगों के नाम कर दिया। यह पूरा फर्जीवाड़ा 2022 से 2023 के बीच हुआ।
कैसे सफेद कागज से हड़पी गई जमीन?
जांच में सामने आया कि इस घोटाले में शामिल पटवारियों ने सरकारी जमीनों की ऑनलाइन फाइल तैयार की। सामान्यतः ऑनलाइन सिस्टम में जमाबंदी, आधार कार्ड और फोटो अपलोड करना आवश्यक होता है, लेकिन इस मामले में सिर्फ सफेद कागज अपलोड कर दिया गया। गिरदावरों और तहसीलदार की मिलीभगत से इन फाइलों को स्वीकृति मिल गई और सरकारी जमीन निजी खातेदारी में दर्ज हो गई। इसके बाद जमीन को बेच दिया गया।
कार्रवाई में कौन-कौन फंसे?
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पांच गिरदावर और दो पटवारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही, सेवानिवृत्त तहसीलदार और अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एसीबी में मामला दर्ज कराया गया है। फिलहाल, एसीबी इस घोटाले की गहन जांच कर रही है।