Banswara gold mines: बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत (MP Rajkumar Roat) ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत करते हुए मांग पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने बांसवाड़ा सोने की खदानें (Banswara gold mines)की नीलामी को निरस्त करने की मांग की। पत्र में केलामेला, दांता, भुकिया और जगपुरा खदानों की नीलामी वापस लेने का अनुरोध किया गया है, जिससे स्थानीय समुदायों के हितों की रक्षा हो सके। आदिवासी गौरव का उत्सव शुक्रवार को बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम में जनजाति विभाग के ‘आदि गौरव समारोह’ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिरकत की।
राजस्थान: स्वर्ण भंडार का नया केंद्र
बांसवाड़ा में सोने की खदानों की खोज के बाद, राजस्थान देश का चौथा राज्य बन गया है, जहां स्वर्ण भंडार मौजूद है। आने वाले समय में यह खदानें देश के 25% सोने की आपूर्ति कर सकती हैं। राज्य सरकार ने भूकिया-जगपुरा खनन ब्लॉक की नीलामी प्रक्रिया पूरी कर ली है, जिसमें लाइसेंस रतलाम की सैयद ओवैस अली फर्म को मिला है।
कांकरिया गारा गोल्ड का लाइसेंस
दूसरे ब्लॉक, कांकरिया गारा गोल्ड के कंपोजिट लाइसेंस के लिए 5 कंपनियां प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, जिनमें अहमदाबाद की हीराकुंड नेचुरल रिसोर्सेस लिमिटेड और मुंबई की पोद्दार डायमंड प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
मानगढ़ को मिलना चाहिए राष्ट्रीय आदिवासी आस्था स्थल का दर्जा
राजकुमार रोत ने मांग की कि चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के आदिवासियों का प्रमुख आस्था केन्द्र, ऐतिहासिक शहीद स्थली मानगढ़ को राष्ट्रीय आदिवासी आस्था स्थल घोषित किया जाए। उन्होंने यह भी प्रस्तावित किया कि भील प्रदेश राज्य का गठन किया जाए।
रेल परियोजना की पुनः गति
सांसद ने राष्ट्रपति को सौंपे गए मांग पत्र में डूंगरपुर-रतलाम वाया बांसवाड़ा रेल परियोजना के कार्य को फिर से शुरू करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण में किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए ताकि यह परियोजना समय पर पूरी हो सके।