Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को कुछ ऐसे सुराग मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि इस हिंसा का कनेक्शन बांग्लादेश के जिहादी संगठनों से हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, इस साजिश में बांग्लादेश का आतंकी संगठन ABT (अंसारुल्ला बांग्ला टीम) शामिल हो सकता है।
महीनों पहले रची गई थी साजिश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच एजेंसियों को जानकारी मिली है कि इस हिंसा की साजिश कई महीनों से रची जा रही थी। इसके पीछे विदेशी फंडिंग का भी शक जताया जा रहा है। एजेंसियां इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही हैं और बांग्लादेश कनेक्शन को केंद्र में रखकर पड़ताल की जा रही है।
रामनवमी पर होनी थी पहली वारदात
सूत्रों का दावा है कि बांग्लादेशी आतंकी पहले रामनवमी पर हिंसा भड़काने की साजिश रच रहे थे। लेकिन उस समय सुरक्षा कड़ी होने के कारण वे सफल नहीं हो सके। इसके बाद वक्फ कानून के विरोध को आधार बनाकर हिंसा को अंजाम देने की कोशिश की गई। बताया जा रहा है कि ABT की स्लीपर सेल मुर्शिदाबाद समेत कई जिलों को निशाना बना रही थी, जिसके चलते इन इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
नाव से आई घुसपैठ, महिलाएं और बच्चे भी शामिल
इसी दौरान, बांग्लादेशी घुसपैठ का एक बड़ा मामला भी सामने आया है। सुरक्षा बलों ने सुंदरबन इलाके से 25 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। ये सभी लोग नाव के जरिए नदी मार्ग से भारत में दाखिल हुए थे और किसी के पास वैध दस्तावेज नहीं मिला है। पूछताछ में पता चला है कि ये पांच नावों के जरिए भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे।
केंद्रीय एजेंसियां सतर्क, जांच तेज
इन सभी घटनाओं के बाद केंद्रीय एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। बंगाल के कई जिलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सीमावर्ती इलाकों पर खास नजर रखी जा रही है। फिलहाल जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस हिंसा की पूरी साजिश कहां और कैसे रची गई और इसमें कौन-कौन शामिल था।