BLA का स्पष्ट संदेश: संघर्ष स्वतंत्र और निर्णायक
BLA के प्रवक्ता जियंद बलूच ने कहा, “हम किसी बाहरी शक्ति के एजेंट नहीं हैं। हमारा आंदोलन बलूच जनता के हक और आज़ादी के लिए है।” उन्होंने कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक बलूचिस्तान को न्याय नहीं मिल जाता। यह बयान BLA ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर भी साझा किया।
सेना, पुलिस और बुनियादी ढांचे पर हमला
जिन इलाकों में ये हमले हुए, उनमें केच, पंजगुर, मस्तंग, क्वेटा, जमुरान, नुशकी जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। इन हमलों में IED धमाके, स्नाइपर फायरिंग और सशस्त्र झड़पें शामिल रहीं। निशाने पर पाकिस्तानी सेना की चौकियाँ, पुलिस थाने और खुफिया नेटवर्क थे।
‘बलूचिस्तान का खजाना लूट रहा है पाकिस्तान’
BLA का आरोप है कि बलूचिस्तान, जो कि पाकिस्तान का सबसे बड़ा और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर प्रांत है, उसके खजानों का अन्य प्रांत शोषण कर रहे हैं। जबकि स्थानीय जनता को गरीबी, हिंसा और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील
BLA ने भारत समेत वैश्विक समुदाय से अपील की है कि वे पाकिस्तान पर दबाव बनाएं ताकि बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचार रोके जा सकें। संगठन ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान को नहीं रोका गया तो यह संघर्ष और अधिक हिंसक और व्यापक हो सकता है।
‘पाकिस्तान का आतंक अब वैश्विक खतरा’
BLA ने कहा कि पाकिस्तान का आतंकवाद अब केवल क्षेत्रीय नहीं रहा, यह वैश्विक शांति के लिए भी खतरा बन चुका है। अगर दुनिया ने आंखें मूंद लीं, तो बलूचिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।