Ajmer News: पुष्कर में वरिष्ठ अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटिया की निर्मम हत्या के बाद राजस्थान में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। वकीलों ने शनिवार को अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद और ब्यावर में बंद का ऐलान किया।( Ajmer News) वकीलों ने साफ कर दिया कि यह लड़ाई सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे कानून जगत के सम्मान की है।
सुबह से ही कोर्ट परिसर में हजारों वकील जुटे और विरोध-प्रदर्शन की रणनीति बनाई। बार एसोसिएशन अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने वकीलों को संबोधित करते हुए कहा कि बंद शांतिपूर्ण होना चाहिए, लेकिन गुस्से का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ ही देर में शहर में माहौल गरमा गया।
सड़कों पर लहराई लाठियां, खुले होटल-दुकानों पर टूटा गुस्सा
बंद को लेकर वकीलों का कारवां जब बाजारों की ओर बढ़ा, तो कई जगह खुली दुकानें देखकर गुस्सा भड़क गया। अजमेर रेलवे स्टेशन के सामने खुले होटल और दुकानों को देखकर वकीलों ने लाठियां बरसानी शुरू कर दी।
- दुकानों के शटर जोर-जोर से पीटे गए, सामान बाहर फेंक दिया गया।
- रामगंज चौराहे पर टेम्पो रोककर यात्रियों को जबरन नीचे उतारा गया।
- ब्यावर रोड स्थित सब्जी मंडी में दुकानदारों को जबरन दुकानें बंद करने पर मजबूर किया गया।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक वकील ने हाथ में लाठी उठा ली और पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की। इस दौरान वकीलों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और छीना-झपटी हुई, जिससे माहौल और गरमा गया।
एक हफ्ते में दूसरी बार बंद, लोगों में बढ़ी चिंता
गौरतलब है कि 1 मार्च को भी अजमेर शहर बंद रखा गया था, जब बिजयनगर गैंगरेप-ब्लैकमेल कांड के विरोध में वकीलों और सामाजिक संगठनों ने बाजार ठप करा दिए थे।
महज एक हफ्ते में दूसरी बार बंद होने से व्यापारियों और आम नागरिकों की परेशानी बढ़ गई है। लोग डर और दहशत के बीच अपने काम-काज प्रभावित होने को लेकर चिंता में हैं।
कैसे हुई सीनियर एडवोकेट की हत्या?
2 मार्च की रात करीब 1:45 बजे, बूढ़ा पुष्कर रोड स्थित संस्कार गार्डन के पास दिल दहला देने वाली घटना हुई।
- शराब के ठेके के सामने 8-10 युवक तेज डीजे पर गाड़ी में नाच रहे थे।
- पास में रहने वाले सीनियर एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया ने शोर-शराबे का विरोध किया और डीजे बंद करने को कहा।
- नशे में चूर बदमाशों ने गुस्से में आकर जाखेटिया पर लाठियों से बेरहमी से हमला कर दिया।
- गंभीर रूप से घायल जाखेटिया को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुलिस पर वकीलों का आरोप- ‘सिस्टम फेल हो गया है!’
हत्या के बाद वकील बेहद आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब वे कानून के रक्षकों तक को नहीं बख्श रहे।
घायल एडवोकेट के भतीजे अंकुश जाखेटिया की शिकायत पर पुलिस ने डीजे वाहन चालक और पिकअप सवार अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।
वकीलों का आरोप है कि अगर पुलिस समय पर एक्शन लेती, तो यह हत्या रोकी जा सकती थी।
मॉर्च्युरी के बाहर धरना, शव लेने से इनकार
हत्या से आक्रोशित वकील जेएलएन अस्पताल की मॉर्च्युरी के बाहर शुक्रवार रात से ही डटे हुए हैं।
- वकीलों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और शव लेने से इनकार कर दिया।
- मांग की जा रही है कि अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और कठोर कार्रवाई हो।
- इससे पहले, कोर्ट परिसर में भी हंगामा हुआ, जहां वकीलों ने पुलिसकर्मियों और लोगों को कोर्ट से बाहर निकाल दिया और अंदर की दुकानों को बंद करा दिया।
शहर में हाई अलर्ट, भारी पुलिसबल तैनात
बंद के दौरान बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है।
- अजमेर, पुष्कर और अन्य इलाकों में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है।
- संवेदनशील इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जा रही है और बैरिकेडिंग की गई है।
- पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
‘न्याय नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा!’
वकीलों ने साफ कर दिया है कि जब तक अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे शांत नहीं बैठेंगे।
अधिवक्ताओं का यह आंदोलन अब सिर्फ एक व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि पूरे कानून व्यवस्था के लिए चेतावनी बन चुका है। वकीलों का कहना है कि अगर जल्द एक्शन नहीं हुआ, तो यह प्रदर्शन और उग्र हो सकता है।
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन जल्द कोई ठोस कदम उठाएगा, या फिर यह आंदोलन और भड़केगा?