AGTF raid: जयपुर में एजीटीएफ…. पुलिस की बड़ी कार्रवाई! 103 ग्राम एमडीएमए जब्त, तीन गिरफ्तार

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AGTF raid: जयपुर । नए साल के जश्न से पहले प्रदेश में प्रोएक्टिव पुलिसिंग के तहत एजीटीएफ (एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स) और स्थानीय पुलिस द्वारा छापेमारी की जा रही है। (AGTF raid)मंगलवार रात उदयपुर जिले के सुखेर थाना पुलिस ने एजीटीएफ की सूचना पर तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 103.71 ग्राम एमडीएमए व तीन मोबाइल फोन जब्त किए हैं। जब्त मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 12 लाख रुपए बताई गई है।

पुलिस अधिकारियों का बयान

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स, दिनेश एमएन ने बताया कि उपमहानिरीक्षक पुलिस  योगेश यादव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  आशा राम चौधरी के सुपरविजन में गैंर्स, वांटेड क्रिमिनल और तस्करों के बारे में सूचना संकलन व धरपकड़ के लिए पुलिस मुख्यालय से एजीटीएफ की अलग-अलग टीमों को विभिन्न शहरों में रवाना किया गया था।

सूचना पर कार्रवाई

टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार को मंगलवार को पुख्ता सूचना मिली कि तीन युवकों के पास बड़ी मात्रा में ड्रग्स है, जो सुखेर थाना इलाके में हैं। पुलिस ने तुरंत इस बारे में एसएचओ सुखेर को सूचित किया। सूचना के बाद पुलिस ने भैरवगढ़ 200 फीट रोड पर तीन संदिग्ध युवकों को देखा जो आपस में बात कर रहे थे। पुलिस को देखकर वे हड़बड़ाकर भागने लगे, लेकिन पुलिस ने तुरंत उन्हें पकड़ लिया।

आरोपियों से पूछताछ

गिरफ्तार किए गए युवकों से पूछताछ करने पर उनके नाम आदिल छीपा (22), समीर छीपा (22) और अब्बु फैजान (22) सामने आए। आदिल ने बताया कि वह प्राइवेट नौकरी करता है और चित्तौड़गढ़ का निवासी है, वहीं समीर एक छात्र है और उदयपुर के छीपा मोहल्ले का निवासी है, जबकि अब्बु फैजान उदयपुर के गणेश नगर का निवासी है।

तलाशी में मिली एमडीएमए

पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो आदिल के पास 39.92 ग्राम, समीर के पास 33.74 ग्राम और अब्बु फैजान के पास 30.05 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स मिले, कुल 103.71 ग्राम एमडीएमए। तीनों ने बताया कि उनके पास ड्रग्स खरीदने के पैसे नहीं थे, इसलिए उन्होंने अपने ताऊ के लड़के आसिफ की बुलेट बाइक लक्की उर्फ छोटा फरहान के पास गिरवी रखकर ड्रग्स खरीदी थी। वे ड्रग्स को आगे सप्लाई करने जा रहे थे।

मुकदमा दर्ज और गिरफ्तारी

पुलिस ने मादक पदार्थों की बरामदी के बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इनसे उनके नेटवर्क और अन्य अपराधों के बारे में गहनता से पूछताछ कर रही है।

एजीटीएफ और स्थानीय पुलिस की भूमिका

इस कार्रवाई में एजीटीएफ से हेड कांस्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसएचओ सुखेर हिमांशु सिंह और उनकी टीम का भी इस ऑपरेशन में शानदार योगदान रहा।

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